अररिया: रानीगंज के बेलसरा वार्ड संख्या एक निवासी एवं पत्रकार विमल यादव हत्याकांड के आरोपी भवेश यादव की बीती रात अज्ञात अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी. बदमाशों ने भवेश यादव पर अलग-अलग हथियारों से ताबड़तोड़ फायरिंग की. भवेश यादव शादी समारोह में भोज खाकर बुधवार रात में ग्यारह बजे अपने एक सहयोगी रजनीश के साथ बाइक से घर वापस लौट रहा था. इसी क्रम में बदमाशों ने बेलसरा के वार्ड संख्या 7 में सड़क को जाम कर उसका घेराव करते हुए गोली मारकर हत्या कर दी. जबकि बाइक चला रहा रजनीश के पीठ में एक गोली लगी. जिससे वह बुरी तरह जख्मी हो गया और उसे इलाज के लिए रात में ही आनन-फानन में पटना ले जाया गया है. भवेश यादव को सर, कमर और सीने में चार गोली लगने की बात कही जा रही है. पत्रकार विमल यादव हत्याकांड में हाल में ही वह जमानत पर जेल से बाहर निकला था.
घटना के संदर्भ में बताया जाता है कि बुधवार की रात बेलसरा गांव में ही एक शादी समारोह में 40 वर्षीय भवेश यादव पिता लक्ष्मी यादव शिरकत करने गया हुआ था. भोज खाने के बाद करीबन ग्यारह बजे वह अपने एक सहयोगी रजनीश के साथ बाइक से वापस घर की ओर जा रहा था कि वार्ड संख्या सात में सड़क पर बदमाश पहले से घात लगाकर बैठे थे. नजदीक आते ही बाइक का घेराबंदी कर अलग अलग हथियार से फायरिंग करनी शुरू कर दी. जिससे भवेश यादव को सर, कमर और सीने में तीन से चार गोली लगी. जिससे मौके पर ही उनकी मौत हो गई. जबकि बाइक चालक रजनीश के पीठ पर गोली लगी और वह भी बुरी तरह जख्मी हो गया. जानकारी मिलने के बाद रात में ही रानीगंज थानाध्यक्ष संजय कुमार पुलिस बलों के साथ बेलसरा गांव पहुंचे और घायल रजनीश को इलाज के लिए रानीगंज रेफरल अस्पताल भिजवाया. जहां गंभीर रूप से घायल रजनीश को प्राथमिक इलाज के बाद हायर सेंटर रेफर करने पर परिजन उसे लेकर पटना निकल गए. वहीं मौके से पुलिस ने शव को कब्जे में लिया और गुरुवार की सुबह पोस्टमार्टम के लिए अररिया सदर अस्पताल भिजवाया. जहां मृतक भवेश यादव के शव का पोस्टमार्टम से पहले एक्स रे किया गया.
मृतक अपने पीछे माता पिता,पत्नी सहित दो बेटी और एक बेटा को छोड़ गया है. घटना से पिता, पत्नी, बेटी और 9 साल का बेटा का रो रोकर बुरा हाल है. भवेश यादव का पुराना आपराधिक इतिहास रहा है. वह कई बार संगीन मामलों में जेल जा चुका है. 2023 अगस्त में रानीगंज के एक दैनिक अखबार के पत्रकार विमल यादव हत्याकांड का वह मुख्य आरोपी रहा था और मामले में पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेजा था. हाल ही के दिनों में वह जमानत पर जेल से बाहर निकाला था. फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है. सदर एसडीपीओ रामपुकार सिंह ने कहा कि मामले को लेकर स्क्वायड डॉग और एफएसएल टीम को बुलाया गया है. वैज्ञानिक और तकनीकी अनुसंधान का सहारा लेकर शीघ्र ही अपराधियों की शिनाख्त कर गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाएगी.
हिन्दुस्थान समाचार