नई दिल्ली: केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) मंत्री जीतन राम मांझी ने शनिवार को खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) को बढ़ावा देने और खादी कारीगरों को समर्थन देने के लिए योजनाओं के कार्यान्वयन पर केंद्रित दृष्टिकोण के माध्यम से प्रयासों को गहन और व्यापक बनाने की आवश्यकता पर बल दिया.
सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय ने जारी एक बयान में कहा कि केंद्रीय एमएसएमई मंत्री जीतन राम मांझी ने यहां केवीआईसी द्वारा देश में खादी एवं ग्रामोद्योग (केवीआई) क्षेत्र के विकास के लिए संचालित योजनाओं और कार्यक्रमों के प्रदर्शन की समीक्षा की. इस अवसर पर एमएसएमई राज्य मंत्री सुश्री शोभा करंदलाजे, केवीआईसी अध्यक्ष मनोज कुमार के अलावा एमएसएमई मंत्रालय और केवीआईसी के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे.
उल्लेखनीय है कि खादी और ग्रामोद्योग आयोग देश में खादी और ग्रामोद्योग से संबंधित सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग मंत्रालय के तहत आने वाली एक शीर्ष संस्था है. इसका मुख्य उद्देश्य “ग्रामीण इलाकों में खादी एवं ग्रामोद्योगों की स्थापना और विकास करने के लिए योजना बनाना, प्रचार करना, सुविधाएं और सहायता प्रदान करना है.
हिन्दुस्थान समाचार