नीट पेपर लीक मामले को लेकर आज पूरे देश में बवाल मचा हुआ है. पुलिस रोज नए-नए राज खोल रही है. इसी बीच शिक्षा मंत्रालय ने इस मामले को लेकर एक बड़ा कदम उठाया है. मंत्रालय ने परीक्षाओं के पारदर्शी, सुचारू और निष्पक्ष संचालन को सुनिश्चित करने के लिए समिति गठित की है. इसमें इसरो के पूर्व अध्यक्ष डॉ. के राधाकृष्णन समेत 6 विशेषज्ञ होंगे.
ISRO के पूर्व अध्यक्ष और IIT कानपुर के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के अध्यक्ष डॉ. के. राधाकृष्णन 7 विशेषज्ञों के पैनल का नेतृत्व करेंगे. जिसमें एम्स दिल्ली के पूर्व निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया, हैदराबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बी. जे. राव, IIT मद्रास के सिविल इंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर एमेरिटस प्रो. राममूर्ति के., पीपल स्ट्रॉन्ग के सह-संस्थापक और कर्मयोगी भारत के बोर्ड सदस्य पंकज बंसल, IIT दिल्ली के डीन स्टूडेंट अफेयर्स प्रो. आदित्य मित्तल और शिक्षा मंत्रालय के संयुक्त सचिव गोविंद जायसवाल शामिल है.
शिक्षा मंत्रालय ने कहा कि राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) के जरिए परीक्षा में हुई गड़बड़ी, सुचारू और निष्पक्ष संचालन सुनिश्चित करने के लिए शिक्षा मंत्रालय ने परीक्षा प्रक्रिया के तंत्र में सुधार, डेटा सुरक्षा प्रोटोकॉल में सुधार, राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी की संरचना और कार्यप्रणाली पर सिफारिशें करने के लिए विशेषज्ञों की एक उच्च स्तरीय समिति गठीत की गई है.