नीट पेपर लीक मामले में कई रहस्यों से पर्दा उठ गया है. पुलिस की पूछताछ में आरोपी अनुराग यादव ने बयान दिया कि जो मेरे पास प्रश्न पत्र आया था वो परीक्षा में 100 प्रतिशत वही सवाल पूछे गए थे. उन्होंने बताया कि मेरे पास ये प्रश्न पत्र एक दिन पहले आया था. अनुराग ने आगे खुलासा किया कि फूफा ने सेटिंग करवाई थी और उसे कोटा से पटना बुलवाया था. रात में हर प्रश्न का उत्तर रटवाया गया. परीक्षा के बाद ही पुलिस ने मुझे हिरासत में ले लिया था.
बता दें कि 4 जून को जब नीट परीक्षा का रिजल्ट आया तो पहली बार 67 स्टूडेंट्स टॉपर बने और उन्होंने 720 में से 720 अंक हासिल किए. इसके बाद ही लोगों ने नीट परीक्षा में धांधली का मुद्दा उठाया. 13 जून को एनटीए ने फैसला सुनाया कि ग्रेस मार्क्स वाले छात्रों की परीक्षा दोबारा देनी होगी, लेकिन इसके बाद भी छात्रों का गुस्सा खत्म नहीं हुआ था.
बिहार और गुजरात पेपर लीक की खबरों ने एनटीए की विश्वसनीयता और पारदर्शिता पर सवाल खड़े कर दिए. इसलिए छात्र इस मामले पर CBI की जांच की मांग कर रहे हैं. पेपर लीक मामले में पटना और पंचमहल से कई गिरफ्तारियां हुई हैं. पटना में 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया था. जिनमें 4 छात्र शामिल हैं. पुलिस छानबीन में पता चला कि पेपर लीक मामले में गिरोह ने बच्चों को पास कराने के लिए रुपये लिए लिए थे. पंचमहल में भी छात्रों से लाखों रुपए वसूले गए. जांच में ये भी सामने आया कि गिरोह ने सही जवाब भरकर आंसर शीट जमा की.
इस मामले में पुलिस पटना के जूनियर इंजीनियर सिकंदर प्रसाद यादवेंदु से भी पूछताछ की. जहां कई बड़े खुलासे हुए.उसने बताया कि परीक्षा धांधली में वे भी शामिल थे और अपने भतीजे अनुराग यादव को परीक्षा में अच्छे अंको से पास कराने के लिए गड़बड़ी में भूमिका निभाई है. पुलिस ने अनुराग यादव से पूछताछ कर उनका बयान दर्ज कर लिया है.
अनुराग ने दावा किया है कि नीट परीक्षा में सारे वहीं सवाल थे, जो उसे एक दिन पहले रटवाया गया था. 100% वहीं सवाल परीक्षा में पूछे गए थे.