छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार हिंसा मामले में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. स्पेशल पुलिस टीम ने आद बुधवार को भीम क्रांतिवीर के संस्थापक किशोर नवरंगे को गिरफ्तार कर लिया है. किशोर नवरंगे हिंसा और आगजनी की घटना के बाद से फरार था.
जानकारी के अनुसार किशोर ने 10 जून को धरना और रैली का आयोजन किया था. उनके आह्वान पर राज्य के लोग बलौदाबाजार पहुंचे थे. इसके बाद ही हिंसा हुई थी.
बता दें कि 10 जून को बलौदाबाजार में भयानक हिंसा भड़की थी, जिसमें उपद्रवियों ने कलेक्ट्रेट परिसर में रखी सभी गाड़ियों को आग लगा दिया. इतना ही नहीं, बल्कि इस आगजनी से पूरी सरकारी बिल्डिंग भी धूं-धूं कर जल गईं थी. इस हिंसा को भड़काने और कलेक्ट्रेट में आग लगाने के पीछे वामपंथियों और भीम आर्मी का नाम आया. कांग्रेस ने शुरू से ही इस विवाद को बढ़ाने की कोशिश की.
बलौदा बाजार पुलिस ने 7 टीमें बनायी है जो राज्य के आरोपितों की तालाशी में जुटी हुई हैं. पुलिस में इस मामले में अब तक 132 लोगों को गिरफ्तार किया है. इनमें अलग – अलग संगठन के 20 प्रमुख भी शामिल हैं. जिनमें प्रमुख रूप से भीम रेजिमेंट, भीम आर्मी, क्रांति सेना, भीम क्रांतिवीर, इंडियन सतनामी समाज और सतनाम समाज से संबंधित कई संगठनों के नाम सामने आए है. पुलिस लगातार सीसीटीवी फुटेज के आधार पर कार्रवाई कर रही है.
फिलहाल पुलिस किशोर नवरंगे से पूछताछ कर रही है. पूछताछ से कई बड़े खुलासे होने की संभावना है.