असम में तेज बारिश से बाढ़ की स्थिति बनी हुई है. बाढ़ हालत इतनी खराब है कि राज्य के 15 जिलों में 1.61 लाख से अधिक लोग प्रभावित हैं. राज्य में अब तक कुल 26 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं, करीमगंज जिले के बदरपुर इलाके में भूस्खलन से एक ही परिवार के 5 लोगों की जान चली गई.
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (ASDMA) की बाढ़ रिपोर्ट के मुताबिक कल मंगलवार को हैलाकांडी जिले में बाढ़ से एक व्यक्ति की मौत हो गई. इस बार की बाढ़ ने अब तक राज्य में 26 लोगों की मौत हो चुकी है.
#WATCH | The flood situation in Assam is still grim as over 1.61 lakh people of 15 districts have been affected by the flood, claimed 26 lives in the state so far.
According to the flood reports of the Assam State Disaster Management Authority (ASDMA), one person died in… pic.twitter.com/TIXJZbgQhb
— ANI (@ANI) June 19, 2024
22,464 लोगों को राहत शिविरों में भेजा
करीमगंज जिले में बाढ़ से और भी तबाही मची हुई है. क्योंकि यहां बाढ़ से 41,711 बच्चों समेत 1.52 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं. करीमगंज जिले के करीमगंज, नीलामबाजार, आरके नगर और बदरपुर राजस्व सर्किल के अंतर्गत 225 गांव बाढ़ की चपेट में हैं. बाढ़ से प्रभावित 22,464 लोगों को जिला प्रशासन ने स्थापित राहत शिविरों और राहत वितरण केंद्रों में स्थानांतरित कर दिया है.
फसल और पालतू जानवर प्रभावित
ASDMA की बाढ़ रिपोर्ट में कहा गया कि 15 बाढ़ प्रभावित जिलों के 28 राजस्व सर्किल के अंतर्गत 470 गांव इसकी चपेट में है. बाढ़ के पानी ने 11 जिलों में 1378.64 हेक्टेयर फसल क्षेत्र को बर्बाद कर दिया है. साथ ही 93,895 पालतू जानवर भी प्रभावित हुए हैं.
CM हिमंत बिस्वा सरमा ने की बैठक
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने 15 जून को काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में जानवरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए नागरिक, पुलिस प्रशासन और काजीरंगा अधिकारियों के साथ मीटिंग की थी. सीएम ने अधिकारियों को बाढ़ को लेकर आवश्यक कदम उठाने और प्रतिक्रिया प्रणाली को मजबूत करने को कहा.
सीएम ने घोषणा की कि काजीरंगा में तीन नई कमांडो बटालियन तैनात की गई हैं. इसका उद्देश्य राष्ट्रीय राजमार्ग पार करने के दौरान जानवरों के कारण होने वाली दुर्घटनाओं को रोकना है.