बिहार में मुजफ्फरपुर में नौकरी का झांसा देकर लड़कियों से यौन शोषण करने के मामले में पुलिस ने आज मंगलवार को बड़ी कार्रवाई की है. पुलिस ने इस मामले में मास्टरमाइंड मुख्य आरोपी तिलक प्रसाद सिंह को गोरखपुर से गिरफ्तार कर लिया है.
बता दें कि पीड़िता ने इस मामले में 9 लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी. जिसमें मुख्य आरोपी तिलक प्रसाद सिंह है.
पुलिस ने फिलहाल आरोपी को पुलिस कस्टडी में लेकर पूछताछ कर रही है. आरोपी की गिरफ्तारी की पुष्टि सिटी एसपी अवधेश दीक्षित ने की. उन्होंने बताया कि पीड़िता के शिकायत के अनुसार पुलिस गहनता से जांच कर रही है.
एक रिपॉर्ट के अनुसार पीड़िता के साथ इसी लड़के के साथ वायरल हुई थी. इस वीडियो में आरोपी पिस्टल के साथ नजर आ रहा था. हालांकि पुलिस पिस्टल बरामद नहीं कर पाई है.
पीड़िता ने बताई पूरी सच्चाई
पीड़िता ने अपने शिकायत में बताया कि वो आरोपियों के चंगुल से फरार होकर प्रताप सिंह नाम के आरोपी ने उसे फेसबुक के माध्यम से संपर्क साधा था. जब वे यहां पहुंची तो लोगों को फ्रॉड कॉल करने की ट्रेनिंग दी जा रहा थी. उन्होंने बताया कि 200-250 लोगों को फ्रॉड काम में लगाया गया था.
पीड़िता ने बताया कि इस फर्जी कंपनी के लोग 10वीं और 12वीं की छात्राओं को खास तौर पर अपना निशाना बनाते है और उन्हें अच्छी जॉब और 50 हजार रुपये की सैलरी देने का लालच देकर मुजफ्फरपुर अपने पास बुलाते थें.
पीड़िता ने अपने शिकायत में बताया कि लड़कियों के फ्रॉड कॉल का टारगेट पूरा नहीं करने पर सिगरेट से दागा जाता था और बेल्ट से पिटाई की जाती थी. इसी दौरान एक दिन मुजफ्फरपुर में इस फर्जी कंपनी के ठिकाने पर पुलिस की रेड पड़ने पर आरोपी भाग गया था और पीड़िता को अपने साथ हाजीपुर लेकर चला गया और जबरन शादी भी कर ली.
पीड़िता ने अपनी दर्ज शिकायत में कहा कि इस दौरान तिलक सिंह ने उसके साथ कई बार यौन शोषण भी किया और जब वो प्रेग्नेंट हो गई तो उसका गर्भपात करा दिया. इस मामले को लेकर मुजफ्फरपुर की डिप्टी एसपी विनीता सिन्हा ने कहा, “आरोपी फरार हैं और पुलिस ने उन्हें पकड़ने के लिए छापेमारी कर रही है.”
फिलहाल कोर्ट के आदेश पर इस केस को दर्ज कर लिया गया है. पुलिस ने बताया कि आरोपियों के चंगुल से भाग निकली पीड़िता की शिकायत के अनुसार 9 लोगों पर केस दर्ज किया गया है.