पूर्वी चंपारण: लोकसभा चुनाव में पूर्वी चंपारण निर्वाचन क्षेत्र से एनडीए के भाजपा प्रत्याशी राधामोहन सिंह ने सातवीं बार जीत हासिल कर रिकार्ड बनाया है.
उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी इंडिया गठबंधन के वीआईपी उम्मीदवार डॉ. राजेश कुमार को 88, 287 वोटों से हराया. राधामोहन सिंह को कुल 5,42,193 मत मिले, जबकि डॉ. राजेश कुमार को 4,53,906 मत प्राप्त हुए. वहीं, पोस्टल बैलेट में सिंह को 1595, जबकि डॉ. राजेश को 2788 मत प्राप्त हुए. वहीं, नोटा में 19788 मत प्राप्त हुए. सिंह मतगणना के शुरू होते ही अपने प्रतिद्वंदी पर बढत बनाये रहे. जो अंत तक जारी रहा.
राधामोहन सिंह पूर्वी चम्पारण क्षेत्र से 10 बार भाजपा उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़े जिसमें वे सातवीं बार चुनाव जीत कर रिकार्ड बनाने में सफल साबित हुए. प्रत्येक विधानसभा में प्राप्त मतो का आंकड़ो पर गौर करें तो इस चुनाव में हरसिद्धि विधानसभा एक ऐसा क्षेत्र रहा जहां राजेश कुमार ने कड़ी टक्कर देते नजर आये. इस विधानसभा में राधामोहन सिंह को 82118 वोट मिले जबकि डॉ. राजेश 86301 मत प्राप्त हुआ. वहीं गोविंदगंज राधामोहन सिंह को सर्वाधिक 89629 वहीं वीआईपी के डॉ. राजेश 55641 मत मिला है. सबसे दिलचस्प रहा कि डॉ. राजेश अपने गृह क्षेत्र केसरिया में पिछड़ गये. केसरिया में जहां राधामोहन सिंह 82481 मत मिले वही मतदाताओ ने डॉ. राजेश 61589 मत दिया.वोट की कमान संभाल रहे राजद विधायक मनोज यादव भी अपने गृह क्षेत्र में कोई करिश्मा नहीं दिखा पाये. नतीजतन कल्याणपुर में राधामोहन सिंह 83104 वहीं डॉ. राजेश को 69090 मत पर ही संतोष करना पड़ा है.
पीपरा विधानसभा से महागठबंधन उम्मीदवार को काफी उम्मीद थी, परन्तु यहां भी मतो की गिनती में वे पिछड़ गये. पीपरा विधासभा में राधामोहन सिंह को 101153 जबकि डॉ. राजेश कुमार 96658 मत मिले है. मोतिहारी विधानसभा में राधामोहन सिंह को 102026 जबकि डॉ. राजेश कुमार 81428 मत प्राप्त हुआ है. यहा बता दें कि मतगणना शुरू होने के बाद तकरीबन 9:30 बजे से रूझान सामने आने लगे. शुरूआती दौर से ही भाजपा के राधामोहन सिंह वीआईपी उम्मीदवार से उपर चलने लगे. ज्यों-ज्यों दिन उठने लगा, त्यों-त्यों भाजपा प्रत्याशी के वोटो में इजाफा होने लगा. ऐसा कोई भी दौर नहीं आया जिसमें वीआईपी के प्रत्याशी को आगे आने का मौका मिला हो. महागठबंधन के लोगों की उम्मीद थी, कि परिणाम चैंकाने वाले होंगे, परन्तु मतो की गिनती के बाद साफ होने लगा कि राधामोहन सिंह सातवीं बार लोकसभा का चुनाव जीत जायेंगे. और आखिरकार ऐसा ही हुआ. दस बार चुनाव लड़ते हुए सातवीं बार सांसद बन राधामोहन सिंह भाजपा के कद्दावर नेताओं में शुमार हो गये.
हिन्दुस्थान समाचार