नेपाल में सत्तापक्ष और विपक्ष के सांसदों के बीच गुरुवार को सदन में मारपीट एवं धक्कामुक्की हुई. सत्तापक्ष के नेता तथा पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के साथ भी विपक्षी सांसदों ने धुक्कामुक्की की.
सहकारी घोटाले में संसदीय जांच समिति की मांग पर अडे़ विपक्षी नेताओं के साथ सरकार की हर बातचीत बेनतीजा होने के बाद जब सदन की कार्रवाई शुरू हुई तो रोज की तरह विपक्षी सांसद वेल में आकर जमकर नारेबाजी करने लगे. इसी बीच स्पीकर देवराज घिमिरे ने गृह मंत्री रवि लामिछाने को सदन में बोलने देने की इजाजत दी. इजाजत मिलते ही गृहमंत्री लामिछाने अपनी सीट खडे़ होकर जब पोडियम की तरफ जाने लगे तो नेपाली कांग्रेस के सांसदों ने उनका रास्ता रोका और गृह मंत्री के खिलाफ ही नाराबाजी करने लगे.
विपक्षी दल बिना संसदीय समिति के गठन के गृह मंत्री को सदन में किसी भी हालत में बोलने देने के लिए तैयार नहीं हुए. विपक्षी सांसदों की तरफ से गृह मंत्री लामिछाने को पोडियम तक जाने से रोकने पर सत्तापक्ष के प्रमुख नेता केपी शर्मा ओली ने विपक्षी सांसदों को समझाने की कोशिश की. संसद से जारी लाइव फुटेज में दिख रहा है कि ओली नेपाली कांग्रेस के सांसद तथा पार्टी के उपाध्यक्ष धनराज गुरूंग तथा महामंत्री गगन थापा को ऐसा नहीं करने के लिए बोल रहे हैं जिस पर विपक्षी सांसदों ने नाराबाजी और तेज कर दी है.
इसपर ओली ने चिल्लाकर विपक्षी सांसदों को वहां से हटने को कहा इस पर विपक्षी सांसद भी ओली के खिलाफ नाराबाजी करने लगे. इतने में ही ओली की पार्टी के सांसदों ने विपक्षी सांसदों के साथ पहले धक्का-मुक्की और फिर हाथापाई पर उतर आए. इसके जवाब में विपक्षी सांसदों ने भी सत्तापक्ष के सांसदों की पिटाई कर दी.
संसद में बिगड़ते माहौल को देखते हुए स्पीकर घिमिरे ने सदन की कार्रवाई को शुक्रवार तक के लिए स्थगित कर दिया. सदन स्थगन के बावजूद करीब आधे घंटे सत्तापक्ष और विपक्ष के सांसदों के बीच धक्का-मुक्की चलती रही.
हिन्दुस्थान समाचार