बिहार के छपरा के गरखा थाना क्षेत्र के मोतीराजपुर के मदरसा के पास मदरसा परिसर में बुधवार रात हुए धमाके में ओल्हनपुर गांव निवासी मौलाना इमामुद्दीन की मौत हो गई, वहीं 10 वर्षीय बालक मुजफ्फरपुर निवासी नूर आलम गंभीर रूप से घायल हो गया. इसकी जानकारी पुलिस ने दी.
पुलिस के अनुसार, मदरसा परिसर में विस्फोट से हुए धमाके की आवाज सुनकर आसपास के लोग एकत्र हो गए. सूचना मिलने पर गड़खा थाना के एसआई अमान अशरफ वहां पहुंचे, लेकिन उससे पहले स्थानीय लोग दोनों घायलों को लेकर पटना रवाना हो गए थे. लोगों ने बताया कि पहले घायलों को छपरा सदर अस्पताल ले जाया गया. उसके बाद वहां से पटना ले जाया गया. सारण के पुलिस अधीक्षक डॉ गौरव मंगला ने बताया कि धमाके के बाद लोगों ने साक्ष्य को मिटा दिया है. पुलिस के अनुसार, घायल मौलाना इमामुद्दीन की इलाज के दौरान गुरुवार को मौत हो गई.
स्थानीय लोगों ने बताया कि छात्र नूर आलम ने मदरसा के पीछे गेंद जैसी दिख रही वस्तु को हाथ में उठा लिया और मदरसे के अंदर आ गया. मौलाना की नजर पड़ी तो उन्हें बम की आशंका हुई और छात्र के हाथ से गेंदनुमा बम अपने हाथ में लेकर फेंकना चाहा. इतने में बम नूर आलम के पैर पर गिरकर फट गया. इस घटना में नूर आलम का पैर व मौलाना का हाथ जख्मी हो गया. हालांकि, कुछ लोग इसे सिलेंडर का विस्फोट बता रहे हैं. मौके पर पहुंची पुलिस को सिलेंडर फटने या विस्फोट के कोई साक्ष्य नहीं मिले.
उल्लेखनीय है कि आगामी 20 मई को ही सारण लोकसभा क्षेत्र में मतदान होना है. लोग इस घटना को लोकसभा चुनाव से जोड़ रहे हैं. इस बात चर्चा है कि आखिर वहां बम क्यों रखा गया था. कहीं मदरसा परिसर एवं आसपास में और बम तो नहीं रखे गए हैं. इस मामले को लेकर थानाध्यक्ष शशि रंजन ने बताया कि मदरसा परिसर में विस्फोट हुआ है. पुलिस टीम मौके पर मौजूद है. आसपास के लोगों से पूछताछ की जा रही है.
हिन्दुस्थान समाचार