बीजेपी नेता सत्यनारायण सिन्हा की हत्या मामले में पटना सिविल कोर्ट के एमपी-एमएलए की विशेष अदालत ने राजद विधायक रीतलाल यादव को बड़ी राहत दी है. कोर्ट ने साक्ष्य के अभाव में रीतलाल यादव समेत चार आरोपितों को बरी कर दिया है. आरोपितों में से रंजन, श्रवण और सुनील है.
क्या है पूरा मामला?
30 अप्रैल 2003 को दानापुर के जमालुद्दीन चौक के पास भाजपा नेता और दानापुर की पूर्व विधायक आशा देवी के पति सत्यनारायण सिन्हा की हत्या की गई थी. सत्यनारायण सिंह को उनकी कार में ही गोली मार दी गई थी. इसी दिन पटना में राजद ने लाठी रैली आयोजित की थी. राजद नेता रीतलाल का नाम बीजेपी नेता की हत्या से जोड़ा गया. इस हत्याकांड के समय राबड़ी देवी सीएम के पद पर थी.
रीतलाल यादव पर 30 से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज
बता दें कि पटना और दानपुर में उन्हें बाहुबली की छवि दी गई है. रीतलाल यादव पर 30 से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज हैं. उन पर नेउरा के छठ घाट पर अपने प्रतिद्वंद्वी चुन्नू सिंह की हत्या और बख्तियारपुर के पास चलती ट्रेन में दो रेलवे ठेकेदारों की हत्या करने का मामला शामिल है. इसके अलावा रीतलाल यादव पर मणि लौंडरींग के मामले में आरोपी है.
2020 में जीता था विधानसभा चुनाव
2010 के विधानसभा चुनाव में रीतलाल यादव ने दानपुर से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा. हालांकी इस चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार से हार गए थे. 2020 के विधानसभा चुनाव में रीतलाल यादव ने राजद की ओर से चुनाव लड़ा था. इस चुनाव में उन्होंने जीत हासिल की थी.