भारत के नागरिकों को लेकर रंगभेदी टिप्पणी करने वाले इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सैम पित्रोदा के बाद अब कांग्रेस के एक और नेता सामने आया है. नेता मणिशंकर अय्यर एक विवादित बयान दिया है. उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा कि भारत को पाकिस्तान के साथ बातचीत करनी चाहिए. भारत को अपनी सैन्य शक्ति का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए क्योंकी इससे इस्लामाबाद नई दिल्ली के खिलाफ परमाणु हमला करने की सोच सकता है.
अय्यर ने आगे कहा कि भारत को ये नहीं भूलना चाहिए कि पाकिस्तान के पास परमाणु हथियार हैं. मुझे ये समझ नहीं आता कि सरकार ये क्यों कहती है कि हम पाकिस्तान से बात नहीं करेंगे क्योंकी उसके पास आतंकवाद है. ये समझना जरूरी है कि आतंकवाद को समाप्त करने के लिए बातचीत करनी जरूरी है. वरना, पाकिस्तान ये सोचेगा कि भारत अहंकार दिखाकर हमें दुनिया में छोटा दिखा रहा है. ऐसे में पाकिस्तान में कोई भी पागल परमाणु बम का इस्तेमाल कर सकता है.
मणिशंकर अय्यर ने कहा कि अगर हम उनका सम्मान करेंगे तो वे चुप रहेंगे. लेकिन अगर हम उनका अपमान करेंगे, तो क्या होगा यदि कोई ‘पागल’ (भारत पर) बम गिराने का फैसला कर ले?
अय्यर ने कहा कि मैं ये नहीं कह रहा हूं कि हम ये सोचें कि हमारी परेशानी का हल कैसे निकलेगा? ये काम विशेषज्ञों का है. मैं बस इतना कह रहा हूं कि घृणा दिखाकर या बंदूक दिखाकर आप स्थितियों में सुधार नहीं कर सकते. पाकिस्तान कि भी हमें इज्जत करनी चाहिए.
अय्यर ने कहा कि हमने भारत और पाकिस्तान के रिश्तों को मजबूत करने की बहुत मेहनत की है. लेकिन बीते 10 वर्षों से सारी बातचीत बंद है. हमें ताकत तब दिखानी चाहिए जब सामने वाले के पास ताकत न हो. उनकी ताकत रावलपिंडी के कहुटा में पड़े हैं. अगर गलतफहमी फैल जाएगी तो बहुत मुश्किल होगा.
उन्होंने कहा कि राजीव गांधी ने पाकिस्तान के साथ युद्ध करने की जगह अमन का रास्ता निकाला था. लेकिन आज के समय में मोदी जी जंग का रास्ता खोज निकाल रहे हैं.